कंप्यूट बेसिक को सिख लेना इतना कठिन काम नहीं है. और अगर बात करे आज के ज़माने की तो ज्यादातर व्यक्ति को कंप्यूटर का बेसिक ज्ञान होता ही है.
क्या आपको है? अगर हां..!! है.
तो चलिए मैं आपको बताता हूँ आप आने इस कंप्यूटर बेसिक का ज्ञान का इस्तेमाल करके पैसे कैसे कमा सकते है.
कंप्यूटर सिखा कर पैसे कमाए
जरा सोचिये, आपकी शहर में कम से कम ऐसे कितने लोग होगे जो कंप्यूटर basic का course करना चाहते है. मैंने अभी ही कहा है कि कंप्यूटर का basic ज्ञान सबको होता है इसका मतलब यह नहीं कि अब तक ऐसा कोई व्यक्ति नहीं बचा जो कंप्यूटर बेसिक नहीं जनता.
आपको एक कक्षा शुरू करने में कितने रूपए का खर्चा करना पड़ सकता है?
मेरी नज़र में कक्षा शुरू करने में इतना खर्चा नहीं होगा जितना एक दुकान या व्यापार खोलने में होते है, आपको मैं इस पोस्ट में एक-एक रुपया को जोड़ कर बताउगा कि आपको अगर कक्षा शुरू करनी हो तब कहा-कहा और कितन खर्चा हो सकता है.
एक कक्षा स्थापित करे (Set a classroom)
आपके शहर में आपको ऐसी जगह कक्षा लेनी होगी जहा पर कोई भी विद्यार्थी को आने में दिक्कत न आये, या फिर ऐसा न हो कि केवल दुरी कि वजह से किसी विद्यार्थी के ना आने का कारण बन जाये.
तो मेरे ख्याल से 2,000-3,000 रूपए में एक अच्छी सी कक्षा किराये पर ली जा सकती है, अगर ज्यादा से ज्यादा बताऊ तो 4,000 रूपए होगा, इससे जायदा अगर आप किराया देते है तो आप घाटे में जा सकते है.
तो यह हो गया आपका हर महीने का किराया, इसे में इन्वेस्टमेंट में नहीं जोडूगा.
Whiteboard & Marker, का इन्तेजाम करे
एक अच्छी आकार का whiteboard आपको 400 से 800 रूपए तक पड़ेगा. उसके बाद एक काले रंग का मार्कर और सिआई आपके 200 रूपए में पड़ जाएगा.
कुल = 1,000 रूपए
कुरसी और मेज
कुरसी आपको शुरुआत में 10 ही खरीदनी है, एक कुरसी को 200 रूपए से ज्यादा महँगी न ले. और 10 कंप्यूटर मेज ले, जिस पर कंप्यूटर रख सके, यह 300 में एक ले.
ऐसे करके आपके 2,000 रूपए कि कुरसी और 3,000 रूपए कि मेज हो जाएगी.
कुल = 2,000 (कुरसी)+3,000(मेज)+1,000(whiteboard और मार्कर)= 6,000 रूपए
अपना एक कोर्स सूचि बनाये (Make index table of Course)
आप अपने विद्यार्थी को क्या पढाना चाहते है वो सूचि में एक कागज़ पर लिखे.
जैसे कंप्यूटर basic में क्या-क्या पढाओगे वो सब पहले से सूचि बनाये.
Note: अगर इस सूचि में कोई ऐसा विषय है जो आपके स्पस्ट रूप से समझ में नहीं है तो उसे पहले समझ ले.
अपने समझाने के तरीके को तैयार करे (पढाना सीखे)
अगर आप किसी चीज को ठीक से समझा नहीं सकते, तो आपने वो चीज ठीक से नहीं समझा है – अल्बर्ट आइंस्टीन
अगर आपको वाकई में कंप्यूटर का इतना ज्ञान है कि आप आगे वाले को सिखा सके तब केवल बोलने की तकनीक पर ही काम करना होगा.
क्योंकि ऐसा हो सकता है आपकी ज्यादा लोगो के सामने बोलने कि आदत नहीं हो, उसके लिए आपको अपने किराये पर लिए हे कक्षा में ही बोलने का प्रयास करना होगा, जहा पर whiteboard पर आपको अपनी लिखाई को भी सुधारना होगा.
आपको अकेले ही कक्षा में किसी विषय पर बोलना होगा, और उस विषय के सम्बंधित नोट्स whiteboard पर लिखने का प्रयास करना होगा साथ में यह अनुभव करते हु कि आप जैसे वाकई में कक्षा चला रहे है.
और मुझे नहीं लगता इसमें इतना भी वक्त लगेगा, मुस्किल से 7 दिन में आप अपने आप को इतना तो तैयार कर ही सकते हो कि आप 8-9 व्यक्ति (जो आप ही कि उम्र के है) के सामने बोल सको.
और मैं न बात कर रहा हूँ एक अच्छे भाषण देने को सिखने की, इस बात की मैं भी कदर करता हूँ कि एक अच्छी लोगो के सामने बोलने वाली आदत लाने में वक्त लग सकता है.
हमें कंप्यूटर की कक्षा को चलाने के लिए बहुत ज्यादा अच्छे स्तर का बोलने वाला बनना जरुरी नहीं है, पर आप जितनी समझाने कि तकनीक को अच्छा करते है उतना अच्छा है.
कंप्यूटर का इन्तेजाम
अगर 10 विद्यार्थी होते है तो आपको 4 कंप्यूटर का इन्तेजाम करना है.
हर कंप्यूटर सस्ता यानी छोटी हार्ड डिस्क और और RAM वाला ही ले, इसके लिए पुराना (सेकंड-हैण्ड) कंप्यूटर का अगर आप इन्तेजाम कर सकते हो तो और भी अच्छा है.
नहीं तो आपको हर कंप्यूटर को 5,000 रूपये में इन्तेजाम करना है, और अगर इसी कीमत में लैपटॉप आये तो और अच्छा है.
अगर 5,000 रूपए वाले 4 कंप्यूटर का इन्तेजाम हो तो खर्च होगा 20,000 रूपए.
कुल = 2,000 (कुरसी)+3,000(मेज)+1,000(whiteboard और मार्कर)+20,000(कंप्यूटर) = 26,000 रूपए
पूरी तैयारी कर ले
सबसे पहले अपने कंप्यूटर के ज्ञान की सूचि को परख ले, उसके बाद आप देखे की क्या आप ये सब कुछ आगे वाले को ठीक से पढ़ा सकते है?
फिर whiteboard, कुरसी, कक्षा स्थापित करने के बाद अपने कक्षा में को कक्षा जैसा अनुभव दे.
आप चाहो तो कक्षा के दिवार पर पोस्टर भी लगा सकते है.
फीस निश्चित करे
फीस पुरे कंप्यूटर को सिखाने कि रखें, न कि समय सीमा कि.
फिर चाहे कोई विद्यार्थी उसे 2 महीने में पूरा करे या 3 महीने में.
तो एक विद्यार्थी को पूरा कंप्यूटर सिखाने की फीस रखे 3,000 रूपए और अगर 10 विद्यार्थी आते है तो आपके 30,000 रूपए होते है.
इस तरह अगर मान लो 2 महीने में आप अपने विद्यार्थी को पूरा पढ़ा लेते है तो आपके पास में 2 महीने बाद आपके पास आपके invest किये हुए पैसे वापस आ जाएगे.
उसके बाद में जो भी कमाई होगी वो आपके जेब में होगी, यानी आपकी कमाई है 10,000 रूपए तो उस में से 3,000 रूपए कक्षा का किराया निकाल लो तो 7,000 रूपए आपके हुए.
अगर आप महनत से अपने विद्यार्थी को पढाओगे तो धीरे-धीरे आपके कक्षा अक शहर में नाम होता रहेगा और आपकी कमाई भी अच्छी होती रहेगी.
कक्षा का प्रचार (Promotion)
उसके बाद आता है प्रचार.
अपनी बनती कोशिश अपने आस-पास वालो को सबको बोल दे कि आप इस तरह कि एक कक्षा को शुरू करने वाले है. अगर आप अपने कॉलेज और विध्यालय में ऐलान कर सके तो और अच्छा है.
इसका सबसे अच्छा प्रचार होगा मुह-से-मुह.
आपको अच्छे जानकर व्यक्ति को बोलना होगा जिनकी कॉलेज और विद्यालय में अच्छी पहचान हो और हर विद्यार्थी लाने पर आपको कुछ रूपए का कमीशन देना होगा.
जो आपको विद्यार्थी लाकर देते है उन्हें कमीशन देने में कंजूसी नहीं करे, क्योंकि अगर 100 कमीशन देने से अगर एक विद्यार्थी आपकी कक्षा में आने के लिए तैयार होता है तो जाहिर है इसमें आप ही का फ़ायदा है.
तो मेरे हिसाब से आप एक विद्यार्थी के लाने का 100 रूपए दे सकते है, और शुरू के आने वाले 7 या 8 विद्यार्थी में कुछ फीस में डिस्काउंट रख सकते है.
सेमिनार करे
प्रचार के बाद भी अगर सेमिनार करके आप अपनी कक्षा के बारे में लोगो को बता कर जागरूक करते है तो यह आपके विद्यार्थी लाने कि और संभावना बढ़ाएगा.
सेमिनार के लिए कोई बड़ा सा सेमिनार हॉल होने की कोई जरुरी नहीं है, अगर आप अपने किराए पर लिए कक्षा में ही छोटा सेमिनार करते है तब भी ठीक रहेगा, क्योंकि आपको सेमिनार में ज्यादा से ज्यादा 30 व्यक्तियों को ही उपस्थित रखना है.
और न ही सेमिनार में प्रोजेक्टर, नास्ता, भाषण देने वाले आदि का खर्चा करना है.
आपको केवल 1 घंटे का सेमिनार में आपको ही अपने कंप्यूटर कक्षा के बारे में पूरा समझाना है.
जैसे:
- कंप्यूटर के इस कोर्स का क्या स्कोप है
- इसमें कितनी फी लाएगी और कितने समय तक का कोर्स है
- थोडा सा कोर्स के बारे में बताये
नोट: किसी भी व्यक्ति को आपके कंप्यूटर कक्षा के लिए जबरदस्ती न करे, इससे आपकी बाकि व्यक्तिओं के सामने छवि ख़राब होती.
अख़बार बैनर से विज्ञापन
आप चाहो तो समिनर से पहले अपनी सेमिनार कि सूचना अख़बार या कही बैनर लगा कर बी दे सकते है, और Facebook, WhatsApp के group में आप सुचना फैला सकते है.
तो अखबर और बैनर में विज्ञापन का 4,000 रूपए
कुल = 2,000 (कुरसी)+3,000(मेज)+1,000(whiteboard और मार्कर)+20,000(कंप्यूटर)4,000(प्रचार) = 30,000 रूपए
कुल मिला कर होते है 30,000 हजार रूपए और 15 दिन
इस तरह से आपका कुल investment (निवेश) होगा 30,000 हजार रूपए. और 7 दिन आप अपने कंप्यूटर ज्ञान की सूचि,5 दिन कंप्यूटर का इन्तेजाम में और 3 दिन में सेमिनार और प्रचार में दे सकते है.
अब आपकी कक्षा चालु स्थिति में आ चुकी है, पर अब कुछ बाते आपको जरुर पता होनी चाहिए जिससे आपकी कक्षा थोड़े वक्त में कमजोर नहीं पड़े.
तो इस तरह से आप अपनी एक कक्षा शुरू कर सकते है. पर याद रहे अगर आप पहले साल में कम ही कमाई करते है तब चिंता नहीं करे, शुरू में आपको पहले नाम ही कमाना होता है जब आपका अपने शहर में नाम हो जाएगा तो आपके विद्यार्थी भी बढ़ जाएगे और आप अपनी फीस को भी बड़ा सकते है.
निचे comment करके आप मुझसे इस post से संबंधित किसी भी तरह का सवाल कर सकते है.
Very well, I am agree with your acknowledgement, please give me knowledge how to manage my coaching partners to develope him skills for understanding situations, like how to speak in seminars for developing IIT/medical coaching business.
अच्छी जानकरी
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Dear sir any skill increasing topic on medical business can u help me if possible.
If you are science background then you can do pharmacy after 12th class, and find more on Google about it as I don’t have much idea about this field.
I am a pharmacist…
Best study pharmacy course…